TCP IP model kya hai | TCP IP model in Hindi (Full Guide) 2024

TCP IP model in Hindi: यदि आप एक student हो TCP IP model बहुत ही महत्वपूर्ण topic है। आपको यह topic अच्छे से पढ़ लेना चाहिए। इसीलिए आज हमं पढनें वाले है, TCP IP model kya hai, TCP IP model in Hindi, TCP IP ka full form, TCP IP layers in hindi के बारे में पढनें वाले हैं।

इन सब topic को हमें बहुत ही आसान और सही तरीके से लिखा गया है। आप इस post को पूरा पढ़े ताकि आपको TCP IP model in Hindi का पूरा knowledge हो सके।

TCP IP model को अच्छे से समझनें के लिए आप पहले 7 OSI model layer in Hindi को जरुर पढ़ें।

चलिए शरू करते हैं, बिना किसी देरी के।

TCP IP model kya hai? What is TCP IP model in Hindi?

जैसा की आपको पता होगा की OSI model को हमं as a reference model ही लेकर चलते हैं। OSI model को सिर्फ communication system को design और describe करनें के लिए बनाया गया था।

इसमें communication system को सरल और छोटे-छोटे system में divide किया गया था। TCP IP और OSI model दोनों पूरी तरह same नहीं हैं।

वहीं बात करें TCP IP model की तो इसे Department Of Defense (DOD) द्वारा 1960s के आसा-पास develop और design किया गया था और यह standard protocols पर based है।

TCP IP ka full form Transmission Control Protocol/ Internet Protocol होती है। TCP IP model OSI model का संक्षिप्त यानि concise version है।

TCP IP में आपको 4 लेयर्स ही देखें को मिलती हैं, वहीं OSI model में आपको 7 layers देखनें को मिलती है। TCP IP में layers की संख्या 4 या 5 हो सकती है। इस post में हमं 4 layers पढनें वाले हैं।

बहुत सी जगहों में Physical layer और Data link layer को एक ही layer से describe किया जाता है। जिसे Physical layer या Network Interface layer भी कहा जाता है।

टीसीपी आईपी मॉडल क्या करता है?

TCP IP का मुख्य काम data को एक computer से दुसरे computer तक transfer करना होता है। इस process में सबसे main condition यह होती है की जो information sender द्वारा भेजा गया है, उसी accuracy के साथ same information receiver के पास भी पहुचना चाहिए।

इसी बात को ensure करनें, तथा हर एक message final destination तक सही सलामत पहुचे, TCP IP data को छोटे-छोटे packets में divide कर देना है और उसके बाद उन्हें send करता है।

जब data receiver के पास पहुचनें वाला होता है तो उन data packets इकठा करके combine किया जाता है। ऐसा करनें पर data की accuracy maintain रहती है, जब भी आप data को एक कंप्यूटर से दुसरे कंप्यूटर तक transfer करते हो।

अब आपके मन में सवाल उठ रहा होगा की TCP और IP में क्या difference होता है? चलिए इसे भी आसानी से समझनें की कोशिश कर लेते हैं।

TCP और IP में क्या अंतर होता है?

TCP और IP दोनों ही computer network के अलग-अलग protocols हैं। TCP ka full form Transmission Control Panel होती है, वहीं IP ka full form Internet Protocol होती है।

सबसे basic difference TCP और IP में data का transmission का होता है। अगर हमं simple word में जानें तो, IP की help से हमं mail की destination का पता लगा सकते हैं।

वहीं अगर बात करें TCP की तो इसका काम mail को भेजना और प्राप्त करना होता है। UPD भी एक protocol होता है, जिसे communicate करनें के लिए IP की आवश्यकता नहीं होती है।

IP की आवश्यकता सिर्फ TCP को ही होती है। उम्मीद करता हूँ की अब आप TCP और IP के बीच में अंतर का पता चल गया होगा।

TCP IP Model कैसे काम करता है?

जब भी हमं TCP IP का use करके data को internet पर send करते हैं तो, TCP IP इस data को छोटे-छोटे पैकेट्स में convert कर देता है। उसके बाद इन packets को sender के जरिये भेज देता है।

अब जब यह packets receiver के पास पहुचनें से पहले ही packets को फिर से जोड़ा जाता है और same form का data बनाया जाता है।

इस तरह करनें से data की accuracy सही बनी रहती है।TCP IP में data को 4 layer की प्रक्रिया में divide किया जाता है। इस layer में जिस order में data को पहले भेजा जाता है, उसी order में data को organize तरीके से receive किया जाता है।

OSI model in hindi

Source: OSI model और TCP IP का चित्र

4 TCP IP layers in hindi

अब हमं TCP IP layers in Hindi के बारे में जान लेते हैं। TCP IP में आपको 4 layers देखनें को मिलती हैं।

  1. Application Layer
  2. Transport Layer
  3. Network/ Internet Layer
  4. Network Access Layer

पहली चार layers physical standards, नेटवर्क interface, internetworking, और ट्रांसपोर्ट फंक्शन प्रदान करती हैं। जो OSI model की पहली चार layers के जैसा ही है।

OSI model की बाकि तीन layers session layer, presentation layer और application layer को TCP IP में एक ही layer में बयाता गया है, जिसका नाम application layer है।

अब हमं TCP IP की सब layers को अच्छे से समझ लेते हैं।

OSI model in hindi

1) Network Access Layer in Hindi

  • Network access layer TCP IP की सबसे निचली यानिकी lower लेयर होती है।
  • नेटवर्क लेयर OSI model के दो लेयर physical layer और data link layer का combination है।
  • यह परिभाषित करता है की network के जरिये कैसे data physically भेजा जाता है।
  • Network layer का मुख्य काम same network के बीच में दो devices में data को transfer करनें का होता है।
  • इस layer के द्वारा बहुत से कार्य किये जाते हैं, जैसे की network द्वारा IP datagram को encapsulate करके frames में convert करना और IP address को physical address में mapping करना शामिल है।
  • Network layer द्वारा उपयोग किये जानें वाले protocols ethernet, token ring, frame relay आदि होते हैं।

अब जैसे की आपको बताया था की network layer OSI model की दो layer physical layer और data link layer से मिलकर बना होता है। अब हमं इनको भी समझनें की कोशिश करते हैं

Physical Layer: यह network communication की आवश्यकता वाले applications का एक समूह होता है। Physical layer data की request को generate करनें और connection का अनुरोध करनें के लिए जिम्मेदार होती है।

यह sender की और से तथा network access layer की और से receiver की तरह काम करती है।

Data Link Layer: Data link layer द्वारा packets का network protocol प्रकार पता चलता है। Data link layer द्वारा ही error की रोकथाम तथा framing भी provide की जाती है।

Data link layer के दो example Point to Point Protocol framing तथा ethernet IEEE 802.2 framing हैं।

TCP IP model in Hindi

2) Internet Layer in Hindi

  • Internet layer TCP IP model की नीचे से 2nd layer है।
  • इस layer को network layer से भी जाना जाता है।
  • Network layer का मुख्य काम किसी भी network से packets को भेजना होता है, चाहे फिर वह किसी भी रस्ते को follow करे, उसे अपने गन्तव्य तक पहुचना चाहिए।

Network layer में use किये जानें वाले protocols इस प्रकार हैं:

  • IP Protocol
  • ARP Protocol
  • ICMP Protocol

अभी तक हमनें TCP IP model kya hai, TCP और IP में क्या अंतर है, TCP IP in Hindi और TCP IP layers in Hindi के बारे में पढ़ रहे हैं। उम्मीद करता हूँ की आपको यह post समझ में आ रही होगी।

IP protocol:

इसका उपयोग Internet layer में किया जाता है। यह TCP IP का बहुत ही महत्वपूर्ण part है। इस protocol की बहुत सी जिम्मेदारियां हैं जो इस प्रकार हैं।

  • IP Addressing
  • Host-to-Host communication
  • Data Encapsulation और Formatting
  • Fragmentation और Reassembly
  • Routing

IP Addressing:

IP Address ka full form Internet Protocol होती है। यह protocol logical host addresses को लागु करता है, जिसे IP address कहा जाता है।

Internet और उपर की layers द्वारा device की पहचान करनें के लिए IP address का उपयोग किया जाता है। यह data packets को source host से destination host तक delivery करनें के लिए जिम्मेदार होते हैं।

IP address 2 प्रकार IPv4 और IPv6 होते हैं। ज्यादातर websites IPv4 का ही इस्तेमाल करती हैं।

Host-to-Host Communication:

यह उस path को निरधारित करता है, जिसके माध्यम से data को transmit करना होता है।

Data Encapsulation और Formatting:

IP protocol ट्रांसपोर्ट layer protocol से data को accept करता है। IP protocol यह भी सुनिश्चित करता है की जो भी data भेजा या प्राप्त हो रहा है वह बिकुल secure होना चाहिए।

यह data को encapsulate कर देता है जिसे IP datagram कहा जाता है।

Fragmentation और Reassembly:

Data link layer द्वारा IP datagram के आकर पर लगाई गई limit को maximum transmission unit के रूप में जाना जाता है। Maximum Transmission Unit को MTU भी कहा जाता है।

अगर IP datagram का size MTU से बड़ा हो जाता है, तो IP protocol उसे छोटी unit में तोड़ देता है, ताकि IP datagram local network में travel कर सके।

Fragmentation को Hindi में विखंडन कहा जाता है। Sender या मध्य में जो router होता है उसके जरिये fragmentation किया जा सकता है।

जब भी विखंडन receiver को प्राप्त होता है, तो उसे reassemble करके फिर से original message को बनाया जाता है।

Routing:

जब IP datagram एक ही local network जैसे की LAN, WAN, और MAN पर भेजा जाता है तो इसको direct delivery कहा जाता है।

जब source और destination किसी दुसरे network में होते हैं तो, IP datagram को indirect रस्ते से भेजा जाता है। IP datagram को indirect रस्ते से भेजनें के लिए routers या दुसरे उपकरणों का सहारा लिया जाता है।

ARP Protocol:

ARP की full form Address Resolution Protocol होती है। ARP एक network layer protocol है, जिसका use IP address में से physical address का पता करना होता है।

ICMP Protocol:

ICMP का full form Internet Control Message Protocol होती है। इसका use datagram में problem आने पर host या router द्वारा किया जाता है।

इसमें router या host sender को एक notification भेजता है। Datagram router से router यात्रा करता है, जब तक वह अपनी destination तक नहीं पहुच जाता है।

अगर किसी कारण वश router data को route नहीं कर पता है जैसे की disable link के कारण तब ICMP protocol sender को inform करता है की datagram उपलब्ध नहीं है।

ICMP में मुख्यरूप से 2 terms होते हैं:

  • ICMP Test
  • ICMP Reply

ICMP Test के द्वारा test किया जाता है की जो भी destination है वहाँ तक पहुचा जा सकता है या नहीं।

ICMP Reply के द्वारा check किया जाता है की जो भी destination device है वह जवाव दे रहा है या नहीं।

3) Transport Layer in Hindi

Transport layer द्वारा network पर भेजे जानें वाले data की reliablity, flow control, और correction के लिए responsible है।

इस layer के द्वारा दो protocol का use किया जाता है, User Datagram Protocol और Transmission Control Protocol है। इसमें आपको UDP kya hai का जवाव भी मिल जाएगा।

  • User Datagram Protocol (UDP):

यह connection less की service और transmission की end-to-end delivery प्रदान करता है।

यह protocol unreliable है. ऐसा इसलिए भी है क्यूंकि यह errors का पता तो लगा लेता है लेकिन उसे specify नहीं कर पता है।

UDP आपका specify नहीं कर सकता है की कौन सा packet का loss हुआ है।

Transmission Control Protocol (TCP):

जैसा नाम वैसा काम, यह applications को transport services provide करता है।

TCP sender और receiver के बीच में virtual circuit प्रदान करता है और यह transmission दे दोरान ही activate होता है।

यह बहुत ही reliable protocol है। यह error detect करके क्षतिग्रस्त frame को retransmit भी करता है।

जब भी message को sending end से भेजना होता है तो उसे छोटे-छोटे parts में divide कर देता है, जिसे segment कहा जाता है।

हर एक segment में एक sequence number होता है, जिसकी जरूरत original message के frame को फिर से open करनें के लिए किया जाता है।

वहीं receiver end में TCP द्वारा सभी segments को इकठा किया जाता है, और sequence के base पर फिर से open किया जाता है।

4) Application Layer in Hindi

Application layer TCP IP की सबसे उपरी layer है। यह layer user को application के साथ interact करनें की अनुमति देती हैं।

यह layer high level protocols को handel करनें ले लिए जिम्मेदार होती हैं। जब एक application layer किसी दुसरे application layer के साथ communicate करनें चाहती है तो यह data को transport layer में भेज देती है।

Application layer में बहुत से प्रोटोकॉल्स use होते हैं, जिनके नाम इस प्रकार हैं:

HTTP: इसकी full form Hypertext Transfer Protocol होती है। यह protocol user को internet से data access करनें की अनुमति देता है।

इसके द्वारा data को plain text, audio या video में transfer किया जा सकता है।

SNMP: इसका full form Simple Network Management Protocol होती है। TCP IP protocol suite का use करके internet पर devices को manage करनें के लिए framework का प्रयोग किया जाता है।

SMTP: इसका full form Simple Mail Transfer Protocol होती है। जो भी TCP IP protocol e-mail को support करती है, उसे Simple Mail Transfer Protocol कहा जाता है।

इस protocol का use data को दुसरे mail पर भेजनें के लिए किया जाता है।

DNS: DNS ka full form Domain Name Service होती है। IP address के जरिये किसी host की internet पर वशिष्ट connection की पहचान करनें के लिए किया जाता है। लेकिन लोगों द्वारा IP address की बजाए name को ज्यादा prefer किया जाता है।

FTP: FTP ka full form File Transfer Protocol होती है। यह एक standard internet protocol है, जिसका use एक कंप्यूटर से दुसरे कंप्यूटर में file transfer करनें के लिए किया जाता है।

FAQ(अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

TCP IP ka full form क्या है?

TCP IP ka full form Transmission Control Protocol/ Internet Protocol होती है।

टीसीपी आईपी मॉडल 4 या 5 परतें है?

TCP IP model in Hindi में 4 layers होती है। मुख्य रूप से Network access layer, Internet Layer, Transport layer, Application layer होती हैं।

निष्कर्ष

इस post में आपने जाना की TCP IP model kya hai, 4 TCP IP layers in Hindi, TCP IP ka full form, UDP kya hai, TCP in Hindi और TCP और IP में क्या अंतर है, के बारे में जाना।

अब आपको TCP IP in Hindi के बारे में पूरी जानकारी हो चुकी है। आपको यह post कैसे लगी हमें comment करके जरुर बताएं। आप इस post को like और share भी कर सकते हो।

इस post को पढने की लिए आपका बहुत-बहुत धन्यबाद। आपका समय शुभ रहे। जय हिन्द जय भारत!!

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