उत्तर प्रदेश के सभी संविदा और आउटसोर्सिंग कर्मचारियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए ऐतिहासिक ₹8 लाख करोड़ का बजट पेश किया है, जिसमें संविदा और आउटसोर्सिंग कर्मियों को एक बड़ा तोहफा दिया गया है।
बढ़ेगा मानदेय, मिलेगी नई सुविधाएं
बजट की घोषणा के दौरान मुख्यमंत्री योगी ने आउटसोर्सिंग कर्मचारियों का न्यूनतम मानदेय ₹16,000 से ₹18,000 तक बढ़ाने का ऐलान किया है। यह निर्णय लाखों संविदा कर्मियों के जीवनस्तर में सुधार लाने और उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
नियुक्ति प्रक्रिया होगी अधिक पारदर्शी
सरकार ने यह भी घोषणा की है कि उत्तर प्रदेश आउटसोर्सिंग सेवा नियम का गठन किया जाएगा। इससे संविदा कर्मियों की भर्ती प्रक्रिया अधिक सुनियोजित और पारदर्शी बनेगी, जिससे कर्मचारियों को बेहतर अवसर और सुरक्षा मिलेगी।
मेधावी छात्राओं को मिलेगा स्कूटी का तोहफा
बजट में सिर्फ कर्मचारियों के लिए ही नहीं, बल्कि उच्च शिक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली छात्राओं के लिए भी फ्री स्कूटी योजना की घोषणा की गई है। यह कदम छात्राओं को उच्च शिक्षा के लिए प्रेरित करेगा और उनके उज्ज्वल भविष्य का मार्ग प्रशस्त करेगा।
8 लाख से अधिक कर्मचारियों को मिलेगा सीधा लाभ
बजट में किए गए इस फैसले से उत्तर प्रदेश के 8 लाख से अधिक संविदा और आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को सीधा लाभ मिलेगा। मानदेय बढ़ने से उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और उन्हें भविष्य की बेहतर योजनाओं का लाभ भी मिलेगा।
संविदा कर्मियों में खुशी की लहर
सरकार के इस ऐतिहासिक फैसले के बाद यूपी के संविदा और आउटसोर्सिंग कर्मचारियों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस कदम से कर्मचारियों का मनोबल बढ़ेगा और वे अपनी सेवाएं और अधिक उत्साह से दे सकेंगे।
निष्कर्ष
यह बजट उत्तर प्रदेश के संविदा कर्मियों के लिए नई उम्मीदों की किरण लेकर आया है। बढ़े हुए मानदेय, पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया और मेधावी छात्राओं के लिए स्कूटी योजना जैसे फैसले सरकार की लोक कल्याणकारी नीति को दर्शाते हैं। यह निर्णय लाखों कर्मचारियों और विद्यार्थियों के भविष्य को संवारने में एक मील का पत्थर साबित होगा। 🚀✨