आम आदमी पार्टी (AAP) में आंतरिक असंतोष की खबरों के बीच दिल्ली के कपूरथला हाउस में एक अहम बैठक हुई। इस बैठक में पार्टी सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा, संदीप पाठक और अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।बैठक का मकसद हाल ही में हुए दिल्ली विधानसभा चुनावों में AAP के प्रदर्शन की समीक्षा और 2027 के पंजाब विधानसभा चुनाव की रणनीति तैयार करना बताया गया। हालांकि, राजनीतिक गलियारों में इस बैठक को पार्टी में संभावित टूट से जोड़कर देखा जा रहा है।
केजरीवाल को क्यों बुलानी पड़ी ये बैठक?
दिल्ली चुनाव में BJP ने 70 में से 48 सीटें जीतकर AAP के 10 साल के शासन का अंत कर दिया। पार्टी को महज 22 सीटों पर संतोष करना पड़ा, जिससे AAP के अंदर असंतोष की खबरें तेज हो गईं।इस बीच, खबरें आ रही थीं कि AAP की पंजाब इकाई में कुछ विधायक पार्टी नेतृत्व से नाखुश हैं और अन्य राजनीतिक विकल्पों की तलाश कर रहे हैं। ऐसे में, पार्टी में दरार को रोकने और विधायकों को एकजुट रखने के लिए यह बैठक बेहद अहम मानी जा रही है।
बैठक के बाद क्या बोले भगवंत मान?
बैठक के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा,“केजरीवाल और मनीष सिसोदिया ने पंजाब इकाई का आभार जताया। विपक्षी दलों के नेता हमेशा आरोप लगाते रहते हैं, लेकिन हमारी सरकार अच्छा काम कर रही है।”पंजाब की मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने भी बैठक को सामान्य चर्चा बताया और कहा,“हम पार्टी को आगे कैसे बढ़ाएं, इस पर चर्चा की गई। हमने दिल्ली में बहुत मेहनत की और अपनी कमियों को दूर कर आगे और बेहतर प्रदर्शन करेंगे।”AAP के पंजाब के विधायक रूपिंदर सिंह हैप्पी ने भी कहा कि,“यह कोई असाधारण बैठक नहीं थी, बल्कि पार्टी नेतृत्व नियमित रूप से इस तरह की बैठकों का आयोजन करता है।”
AAP की पंजाब इकाई में बगावत के संकेत?
हालांकि, बैठक के बाद भी पंजाब की AAP इकाई में बढ़ते असंतोष की खबरें थमी नहीं हैं।
- कुछ विधायकों के पार्टी नेतृत्व से नाखुश होने की अटकलें हैं।संभावना जताई जा रही है कि कुछ नेता पार्टी छोड़ सकते हैं या अन्य विकल्पों की तलाश में हैं। क्या AAP में बगावत होगी या केजरीवाल बचा लेंगे पार्टी?