LAN kya hai | Local Area Network kya hai : जब Computer network की शरुआत हुई थी, उन शरुआती समय में Computer को आपस में जोडनें के लिए point-to-point connection किया जाता था।
Point-to-point connection को P2P भी कहा जाता है। इसका use मुख्य रूप से telecommunication में दो devices को आपस में connect करने ले लिए किया जाता था।
इसके जरिये हमं अपनी आवाज को दुसरे phone तक पहुंचा और दुसरे की आवाज को अपने phone तक सुन सकते थे। पहले के जमानें में इसका use landline में किया जाता था।
इसी प्रकार पहले के जमानें में computer को आपस में connect करने के लिए P2P connection का use किया जाता था। लेकिन इसका drawback यह था की केवल 2 computer ही एक बार में connect हो सकते थे।
P2P connection को बनाने की cost ज्यादा होती है। वहीं connection बनाये रखनें में भी बहुत सी चुनोतियों का सामना करना पड़ता है।
इन्हीं सब दिक्तों के कारण engineer’s और शोधकर्ताओं ने computers को आपस में connect करने के लिए नये तरीके खुजना शरू कर दिए।
फलस्वरूप LAN जैसी टेक्नोलॉजी का आविष्कार हुआ, जो आज भी हमारे आधुनिक computer का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
आज हमं इसी विषय के बारे में चर्चा करने वाले हैं, की LAN kya hota hai, LAN ka full form kya hai, Local Area Netwok के उपयोग क्या हैं, LAN ke kya फायदे और नुकसान हैं, LAN और WAN में क्या difference hai?
इस post में आपको LAN के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त होगी। आप इस article को पूरा पढ़ें।
LAN kya hai? What is LAN in Hindi
यह एक Local Area Network है जिसके जरिये आप दो या दो से अधिक electronic devices को आपस में connect कर सकते हो।
इसका इस्तेमाल ज्यादातर हमं अपने घरों में, offices में, स्कूलों और कॉलेजों में किया जाता है। LAN network के जरिये हमं एक device से दुसरे device में बड़ी ही आसानी से data transfer कर सकते हैं।
LAN connection के जरिये आप printer, computer, mobile, और servers आपस में connect कर सकते हैं।
यहीं नहीं इसके जरिये आप internet को भी connect कर सकते हो और दुसरे devices के साथ file, printer, email आदि share कर सकते हो।
इन सभी उपकरणों में network की speed बहुत ज्यादा होती है और connection का loss बहुत कम देखनें को मिलता है।
LAN के जरिये आप छोटे क्षेत्र को ही cover कर सकते हो। यानिकी इसकी range छोटे क्षेत्र तक ही होती है। इस network की सीमा 100 मीटर से लेकर 1km तक ही होती है।
यदि आप इस क्षेत्र से बाहर चले जाते हो तो आप LAN का इस्तेमाल नहीं कर सकते हो। LAN network वायर और वायरलेस दोनों ही हो सकता है।
LAN network बनाने की लागत बहुत कम आता है और इसकी maintenance करना भी आसान होती है।
इस तरह के network में दो computers को आपस में connect करने के लिए twisted pair cable, coaxial cable और fiber cable का उपयोग किया जाता है।
इसके अलावा ethernet cable और WiFi का इस्तेमाल भी devices को आपस में connect करने के लिए किया जाता है।
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LAN ka full form kya hai? LAN का पूरा नाम क्या है?
LAN ka full form Local Area Network होती है। Hindi में LAN का पूरा नाम स्थानीय क्षेत्र नेटवर्क होती है।
MAN और WAN network LAN की तुलना में बहुत बड़े network होते हैं। LAN नेटवर्क के लिए आपको बहुत कम hardware की आवश्यकता पड़ती है।
जिसकी वजह से लागत बहुत कम आती है। LAN में केवल switch, router, hub, और node की ही आवश्यकता होती है। इन सब उपकरणों द्वारा आप इसकी range को बढ़ा सकते हो और web server और दुसरे LAN network के साथ connect कर सकते हो।
LAN जैसे नेटवर्क में बहुत कम devices को ही आपस में connect किया जा सकता है।
इस नेटवर्क को बनाने के लिए Bus, ring, mesh, ,tree टोपोलॉजी का इस्तेमाल किया जाता है। इन टोपोलॉजी में connection के लिए अलग-अलग cable को use किया जा सकता है।
जैसे की twisted pair cable, coaxial cable और fiber cable। इन सभी में से सबसे reliable और ज्यादा तेजी से signal transfer करने वाली fiber cable है। लेकिन यह cable बाकियों के मुकाबले ज्यादा महंगी है।
Local Area Network का इतिहास | History of LAN in Hindi
पहले के समय में जब universities में कंप्यूटर की demand बढ़ने लगी तो 1960 के समय कंप्यूटर systems को आपस में जोडनें के लिए high speed interconnection की आवश्यकता पड़ी।
1970 के दशक में शोधकर्ताओं ने बहुत से experiment करके LAN टेक्नोलॉजी का ईजात किया। वहीं ethernet का आविष्कार Xerox PARC company द्वारा 1973 और 1974 के बीच में किया गया था।
Chase Manhattan Bank जो New York में स्थित था, वहाँ सबसे पहले commercial use के लिए LAN टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया था।
धीरे-धीरे इस टेक्नोलॉजी का विकास होने लगा, इसका मुख्य कारण उस समय data storage और printer को share करके use करना होता था। ऐसा इसलिए क्यूंकि उस दोर में यह सब चीजें बहुत ज्यादा महंगी हुआ करती थीं।
जिसके कारण इन सब devices को आपस में बहुत से कंप्यूटर के साथ connect करके share किया जाता था।
IBM company द्वारा LAN technology में token ring network की शरुआत 1985 में की थी, और कहा गया था की token ring की speed ethernet से ज्यादा है।
लेकिन company द्वारा यह तर्क गलत साबित हुआ। Ethernet network की speed उन दिनों मेह्ज 10 Mbit/s हुआ करती थी। वहीं token ring network की speed 4Mbit/s से लेकर 16 Mbit/s हुआ करती थी।
अगर आपको MByte/s और Mbit/s के बीच में अंतर नहीं पता तो आप नीचे दी गई post को पढ़ सकते हो।
उसी समय के दोरान FDDI जिसकी full form Fiber Distributed Data Interface होती है, उसकी भी शरुआत होती है।
बाकि LAN technology बहुत कम data transfer speed प्रदान कर रही थी, वहीं FDDI की speed 1990 के दशक में 100 Mbit/s थीं। जो उस समय के हिसाब से बहुत ज्यादा हुआ करती थी।
1990 के दशक में ही WLAN की शरुआत IEEE (Institute Of Electrical and Electronic Engineers) द्वारा introduce किया गया था। जिसे आज के समय में हमं Wi-Fi के नाम से जानते हैं।
उस समय इस technology की speed 2 Mbit/s की हुआ करती थी। जिन devices में Wifi हुआ करता था वह internet से Wifi के जरिये connect कर सकते थे। जिसे आज हमं hotspots के नाम से जानते हैं।
LAN का उपयोग | Uses of LAN in Hindi
LAN यानि Local Area Network के setup में ज्यादा खर्चा नहीं आता है। लेकिन यह छोटे area को ही cover करता है।
उदाहरण के लिए LAN के जरिये आप किसी इमारत या इमारतों के समूह को ही target कर सकते हो। अब हमं जान लेते हैं की LAN का क्या उपयोग होता है।
- Data transfer
- Internet को share करना
- Communication करना
- Email services में use
- Gaming में use
- Database service के लिए
अब हमं एक एक करके इन सब को अच्छे से जान लेते हैं।
Data transfer: आप LAN के जरिये एक कंप्यूटर से दुसरे कंप्यूटर तक data को transfer कर सकते हो। यही नहीं आप स्कैनर, प्रिंटर पर भी data का आदान प्रदान कर सकते हो।
Internet को share करना: LAN के जरिये आप internet भी share कर सकते हो। जैसे की आप hotspot को on करके अपने बाकि devices में भी internet का use कर सकते हो।
Communication करना: इसका उपयोग आप एक दुसरे से बातचीत करने के लिए भी कर सकते हैं। जैसे की video conferencing के जरिये या messages के जरिये।
Email services : इस network के जरिये आप एक device से दुसरे device तक email भी send कर सकते हो।
Gaming में भी use: LAN का use हमं game में multiplayer के साथ खेलने के लिए भी कर सकते हैं।
Database service: आप LAN का use database में common data server में store करके रख सकते हो।
Components of LAN in Hindi | लोकल एरिया नेटवर्क के मुख्य घटक
LAN के मुख्य घटक कुछ इस प्रकार है, जो हमनें नीचे discuss किये हैं।
- Switch
- Router
- Cabling
- Servers
- Network Interface Card (NIC)
- Clients
- Network Operating System (NOS)
अब हमं एक एक करके इन सभी components को जान लेते हैं।
Switch kya hai?
इसके जरिये आप devices को आपस में connect कर सकते हो और data packets को send और receive कर सकते हो।
जैसा की आपको पता है की switch एक network device है जो दूसरी layer यानि data link layer में OSI model के लिए काम करता है।
Switch में बहुत से ports होते हैं, जिसमें आप computers को connect कर सकते हो। इस तरह का device MAC address का use करके data को transfer करता है।
यह one to one, one to many या one to all communication को support करता है। यह packet switch technique का use करता है।
Router Kya hai
Router एक network device है जिसके जरिये आप data packets को send और receive कर सकते हो। Router data pack को भेजनें के लिए IP address की जांच करती है।
और headers और forwarding के decide किया जाता है की packets को भेजनें का सबसे बढिया रास्ता कौन सा है।
Router का use LAN और WAN दोनों में use किया जा सकता है। एक router OSI model की तीसरी layer पर काम करता है।
इसकी ज्यादा जानकारी के लिए आप इस post को पढ़ सकते हो।
Cabling
आप cables के जरिये LAN को जोड़ सकते हो। बाजार में cables अलग-अलग प्रकार की आती हैं। उदाहरण के लिए:
- Coaxial cable
- Twisted pair cable
- Fiber optic cable
- Ethernet
Server kya hai?
Server networking का ऐसा device होता है जो request को process करके उसका reply भेजता है। यह hardware device होता है, जिसमें software install होते है और वह request को process करके reply send करता है।
Client अपने device से request send करता है और server के द्वारा responce की प्रतीक्षा करता है.
Network Interface Card (NIC) kya hai?
NIC एक तरह का hardware device होता है। यदि यह device आपके computer में नहीं होगा तो किसी भी network के साथ आप connect नहीं कर सकते हो।
इसे Network Interface Controller, network adapter, या LAN adapter भी कहा जाता है। यह wire और wireless दोनों ही हो सकते हैं।
Network Interface Card भी दो तरह के होते हैं।
- Internal Network Card
- External Network Card
Client kya hota hai?
Client ऐसे devices होते हैं जो LAN के साथ जुड़े हुए होते हैं। यह दुसरे कंप्यूटर के साथ Communication भी कर सकते हैं।
इसके साथ जुड़े हुए devices जैसे mobile, laptop, computer, printer आदि हो सकते हैं।
Network Operating System kya hai?
Network Operating System एक तरह से operating system होता है जो computer को allow करता है एक दुसरे के साथ communicate करने को।
इसको use करना बहुत आसान होता है। यह बड़ी ही आसानी से नई technology के साथ integrate हो जाता है। इस system में software और protocols होते हैं।
जिसके जरिये computer printer के साथ data share कर सकते हैं।
LAN के Types | Types of Local Area Network in Hindi
LAN ka use बहुत ही छोटे क्षेत्र को cover करता है। जैसा की आपको पता है की LAN ka full form Local Area Network होती है।
और इस तरह के network में कंप्यूटर, प्रिंटर, server, और mobile आदि ही आपस में connect होते हैं। यह devices संख्या में ज्यादा भी हो सकते हैं।
Devices के आधार पर ही decide किया जाता है की किस प्रकार का LAN technology use किया जाएगा। LAN के प्रकार कुछ इस तरह हैं।
- Client-server LAN
- Peer-to-Peer LAN in Hindi
- Token Ring LAN
- Token Bus LAN
- Wired LAN in Hindi
- Wireless Local Area Network in Hindi
अब इन सब को हमं बारी बारी से detail में जान लेते हैं।
1. Client-Server LAN in Hindi:
Client server LAN में एक single server ही बहुत से devices के साथ जुड़ा होता है, इन devices को हमं client कहते हैं।
जितने भी Client devices होते हैं, वह आपस में interact नहीं के सकते हैं। एक केन्द्रित मशीन ही बाकि सब devices की activity को control करती हैं। जैसे की कौन सा traffic किस device को भेजना हैं और इसके network access का पूरा control main computer के पास ही होता है।
इस तरह का LAN environment बहुत ही Fast होता है, लेकिन network को scale करना बहुत मुश्किल होता है।
ऐसा इसलिए क्यूंकि जब बहुत से devices एक server के साथ connect हो जाते हैं और उस पर बहुत ज्यादा load पड़ता है।
2. Peer to Peer Local Area Network in Hindi
इसे P2P LAN भी कहा जाता है। इस तरह के network में कोइ भी केन्द्रित मशीन नहीं होती है। यह सभी devices आपस में connect तो होते ही हैं, इसके साथ ही devices आपस में interact भी कर सकते हैं।
चाहे फिर वह client computer हों या servers हो। P2P LAN का सबसे बड़ा फायदा यह है की सभी devices एक दुसरे को data बड़ी ही आसानी से भेज सकते हैं। जैसे की अगर कोई media file भेजनी हो, या किसी प्रकार की file भेजनी हो।
लेकिन इस network की downside यह है की Client server LAN से कम powerful होता है।
3. Token Ring LAN in Hindi
आप architecture design के base पर तय कर सकते हो की आपको Token ring LAN का use करना है या Token bus का use करना है।
Token ring में सभी devices को ring की form में arrange किया जाता है, और यह सभी आपस में connected होते हैं।
जैसा की आपको पहले ही बताया था की token ring को IBM द्वारा 1985 में introduce किया गया था। उस समय ethernet technology बहुत ही शरुआती phase में थी।
4. Token Bus LAN
Token bus LAN आपस में पेड़ यानि tree की shape में connect होते हैं। इस की speed token ring से ज्यादा होती है। इसमें भी आप data एक device से दुसरे device को भेज सकते हो।
5. Wired Local Area Network in Hindi
Wired LAN सबसे ज्यादा use होने commonly use होने वाला network है। इस तरह के data transfer में electronic wave को optical fiber या copper wire के जरिये भेजा जाता है।
इस तरह का LAN बहुत ज्यादा fast और भरोसेमंद होता है। इसके अलावा यह server की performance पर भी depend करता है।
6. Wireless LAN in Hindi
Wireless LAN भी बहुत ज्यादा commonly use होने वाले LAN है। ज्यादातर इसका use घरों में mobile, laptop, computer, smart appliances को connect करने के लिए किया जाता है।
इस तरह के LAN data को transfer करने के लिए radio-frequency का use करते हैं। जिसके कारण इस तरह के network में security risk increase हो जाते हैं।
Advantages of LAN in Hindi | LAN के फायदे
LAN के बहुत से फायदे हैं जो हमं आपको बतानें वाले हैं।
- ज्यादा पैसा खर्च नहीं करना पढ़ता
- Data transfer की speed तेज
- Network की सुरक्षा ज्यादा होती है
- LAN का size आसानी से बढ़ाया या घटाया जा सकता है
- Network maintain का कम खर्चा
- Data secure रहता है
- Initial setup करना आसान रहता है
- Data और resources share
1. LAN का setup आसान होता है। वहीं इसका खर्चा ज्यादा नहीं आता है, अगर हमं WAN से compare करें तो। ऐसा इसलिए भी है क्यूंकि cables का use कम किया जाता है।
2. इस तरह के network में data transfer की speed बहुत बड़िया रहती है। ऐसा इसलिए होता है क्यूंकि कम दूरी होने के कारण data का loss कम होता है और transfer तेज हो जाता है।
3. LAN बहुत ज्यादा सुरक्षित होते हैं, क्यूंकि कम लोगों तक ही इसकी पहुंच होती है। जिसकी वजह से यह Wide Area Network से ज्यादा सुरक्षित होता है।
4. इस तरह के Network को आसानी से company या लोगों की जरूरत के अनुसार बढ़ाया या घटाया जा सकता है। इसमें नये devices को आसानी से जोड़ा जा सकता है।
5. किसी भी उपकरण की maintenance रखना बहुत जरूरी होती है। क्यूंकि यदि device maintain करेगा तो उसका life span बढ़ जाता है। वहीं अगर हमं बात करें LAN की तो इसे maintain करने में बहुत कम खर्च आता है।
6. किसी भी network की सबसे बड़ी दिक्कत data security की होती है। लेकिन LAN में data पूरी तरह secure रहता है।
7. LAN के जरिये आप प्रिंटर, स्कैनर, और फाईलों को एक दुसरे devices के साथ साझा कर सकते हो।
Disadvantages of LAN in Hindi | LAN के नुकसान
अब तक आपनें LAN के फायदे तो जान लिए लेकिन इसके कुछ नुक्सान भी हैं, जिसे हमनें नीचे discuss किया है।
- कम रेंज
- LAN की initial cost ज्यादा
- Network Security
- Server और software की आवश्यकता
- उपकरणों का रख रखाब में खर्चा
1. जैसा की आपको पता है की LAN का मतलब Local Area Network होता है। अब जाहिर सी बात है की LAN बहुत कम क्षेत्र को ही target कर सकती है, और यह किसी इमारत या इमारतों के समूह को ही cover कर सकता है।
2. अगर आप LAN में बहुत से switches, routers, या cables use कर रहे हैं तो initial cost बहुत ज्यादा हो जाती है।
3. वैसे तो LAN secure होता है, क्यूंकि इससे कम लोग ही connect होते हैं। लेकिन internet के जरिये आपके device में यदि कोइ virus आ जाता है तब मुश्किलों का सामना करना पड़ जाता है।
4. LAN में भी आपको data store करने के लिए servers की आवश्यकता होती है। वहीं उस data को manage करने के लिए software की आवश्यकता पड़ती है। अब उन softwares को time to time update भी करना पड़ता है।
5. जब आप LAN को बनाने के लिए switch, hubs, routers का use करते हो तो इसमें बहुत ज्यादा खर्चा आ जाता है। जिसे छोटे level की companes afford नहीं कर सकती हैं।
लोकल एरिया नेटवर्क का उदाहरण कौन सा है?
Local Area Network के उदाहरण स्कूल, collage, इमारतों का group या घर LAN में ही आते हैं।
Lan व Wan का पूरा नाम क्या है?
LAN ka full form Local Area Network होती है, वहीं WAN ka full form Wide Area Network होती है।
Lan का मतलब क्या है?
LAN का मतलब Local Area Network होता है। जिसके जरिये आप दो या दो से अधिक electronic devices को आपस में connect कर सकते हो।
क्या लैन को इंटरनेट की आवश्यकता है?
LAN को इन्टरनेट की आवश्यकता नहीं होती है। उदाहरण के लिए आप USB cable के जरिये data मोबाइल फ़ोन से laptop पर transfer कर रहे हो। तो इस case में भी आप LAN का use कर रहे हो।
निष्कर्ष
इस post में आपने जाना की LAN kya hai, LAN ka full form, LAN in Hindi, LAN के फायदे और नुसान के बारे में जाना।
अब आपको LAN के बारे में पूरी जानकारी हो चुकी है। आपको यह post कैसे लगी हमें comment करके जरुर बताएं। आप इस post को like और share भी कर सकते हो।
इस post को पढने की लिए आपका बहुत-बहुत धन्यबाद। आपका समय शुभ रहे। जय हिन्द जय भारत!!