HTTP Kya Hai? What is HTTP in Hindi?

HTTP in Hindi: आज हम इस post में HTTP kya hai के बारे में पढनें वाले हैं। साथ ही हम जानेंगे की HTTP aur HTTPS me kya antar hai और HTTP के features के बारे में भी पढनें वाले हैं।

HTTP के बारे में आपके जितनें भी सवाल हैं वह सभी इस post को पढनें के बाद ख़त्म हो जाएगें। इस post को बहुत ही आसन भाषा में लिखा गया है, ताकि सभी लोग HTTP के बारे में जान सकें।

इस post को पूरा पढ़ें तभी HTTP kya hai के बारे में पूरा knowledge हो जाएगा। सभी doubts आपके clear हो जाएगें।

चलिए बिना किसी देरी के topic को शरू करते हैं।

HTTP kya hai? What is HTTP in Hindi

  • HTTP का full form HyperText Transfer Protocol होती है।
  • यह ऐसा protocol होता है जिसके जरिये WWW (World Wide Web) से data को access किया जाता है।
  • इसके जरिये web server और client के बिच में data transfer करनें के लिए जिम्मेदार होता है।
  • HTTP के जरिये data को plane text, hypertext, audio, video आदि में transfer किया जा सकता है।
  • इस protocol को HyperText Transfer Protocol इस लिए भी बोला जाता है, क्यूंकि यह hypertext environment को use करनें की अनुमति देता है। जिसके जरिये एक document से दूसरे document तक बहुत जल्दी से पहुंचा जा सकता है।
  • World Wide Web की foundation HTTP है। इसका use hyper link के जरिये web pages को load करनें के लिए किया जाता है।
  • 1991 में HTTP protocol को introduce किया गया था। यह internet की दुनिया में सबसे पहला protocols में से एक था।
  • HTTP, FTP (File Transfer Protocol) की तरह ही होता है। यह भी files को एक host से दूसरे host तक पहुचानें के काम आता है।
  • HTTP, FTP के मुकाबले use करना simple होता है। HTTP एक ही connection पर काम करता है। यानिकी file transfer करनें का कोइ control नहीं होता है।
  • इस protocol का use करके data को MIME format में रखा जाता है।
HTTP kya hai

HTTP काम कैसे करता है?

Client और server के बिच में communication request और response द्वारा किया जाता है। HTTP request और response के बारे में deeply जाननें की कोशिश करते हैं।

Quick Answer:

  • Client (browser) द्वारा HTTP request को web पर send किया जाता है।
  • Web server request को receive करता है।
  • Request को process करनें के लिए Server application को run करता है।
  • Process करनें के बाद server HTTP response (Output) web browser को भेजता है।
  • Last में client (browser) को output दिख जाती है।

अब हम example के जरिये और विस्तार से HTTP काम कैसे करता है जान लेते हैं।

HTTP client side और server side protocol है। Client उस web browser को कहा जाता है, जहाँ से request को web पर send किया जाता है। इस web browser के जरिये ही web site या web pages तक पहुँच सकते हो।

वहीं अगर बात करें server की तो यह एक तरह से computer ही होता है जो की internet से connect होता है। साथ ही इस server में आप web site को host कर सकते हो।

आसान भाषा में कहें तो Web server एक तरह से internet पर space होता है जिसके अंदर आप data को store कर सकते हो।

जब आप browser में किसी URL को लिखते हो और enter press करते हो तो एक HTTP request server तक पहुंचती है। इसके बाद server से response बापिस आता है।

HTTP in Hindi

HTTP request में कौन-कौन से components होते हैं?

HTTP request में बहुत से components शामिल होते हैं। हर HTTP request जो भी internet पर भेजी जाती है उसमें encoded data होता है।

इस encoded data में बहुत सी information होती है। एक HTTP request में अलग-अलग प्रकार के components होते हैं। जो की इस प्रकार हैं:

  • सबसे पहली information HTTP के version type की होती है।
  • दूसरी information URL की होती है।
  • इसके बाद HTTP method की information होती है।
  • HTTP header की request करता है।
  • Last में HTTP body की request करता है।

Uniform Resource Locator (URL)

URL एक ऐसा specific तरीका है जिसके जरिये specific जानकारी internet से निकाली जा सकती है।

जो भी client internet से HTML document को access करना चाहता है, उसके लिए address की जरूरत होती है। Document को access करनें के लिए HTTP, URL का concept use करती है।

URL के चार parts होते हैं: method, host computer, port, और path.

अगर आपको URL के बारे में ज्यादा जानना है तो जल्द ही हम इसके उपर भी post लिखेगें।

What is HTTP method in Hindi?

HTML method एक तरह से basic set of information होती है। जिसके जरिये client, server के साथ interact कर सकता है।

सबसे common used HTML methods POST, GET, DELETE, PUT होते हैं।

Post Method: जब कभी भी client की information को web server तक पहुंचाना हो तो post method का use किया जाता है।

GET Method: इस method के जरिये information को web server से प्राप्त किया जाता है।

DELETE Method: इस method के जरिये web server से information को delete किया जाता है।

अभी तक आपनें जाना की HTTP kya hai, HTTP protocol in Hindi, HTTP कैसे काम करता है, अब आप HTTP components के बारे में पढ़ रहे हो।

What is HTTP request headers in Hindi?

HTML Header text information को key value pair में रखता है और यह हर HTTP request में मोजूद होती है। यह header, core information के साथ communicate करते हैं।

जैसे की कौन सा web browser client द्वारा use किया जा रहा है और किस data की request client द्वारा send की गई है।

What is HTTP body in Hindi?

Body एक तरह से container होता है, जिसमें main information store होती है। Body के अंदर HTTP द्वारा server को send किया गया show किया जाता है।

जैसे की username, password या images आदि को body के द्वारा web page में show करवाया जाता है।

What is Status code HTTP in Hindi?

जब कभी भी आप web browser में किसी web site को open करनें की कोशिश करते हो और किसी कारण से web site open नहीं होती है।

ऐसे case में आपके सामनें error show करता है। जिसकी वजह से web site को खुल नहीं पाती है। HTTP protocol में errors को code की form में बताया जाता है।

HTTP status code 3 digit में होता है। इस code के जरिये पता लगाया जा सकता है की HTTP request complete हुई है या नहीं हुई है।

Status codes को 5 भागों में divide किया गया है, जो की इस प्रकार हैं।

  • 1xx information
  • 2xx success
  • 3xx Redirection
  • 4xx Client Error
  • 5xx Server Error

यहाँ पर xx का मतलब 00 से लेकर 99 numbers तक है।

अब हम इसके कुछ उदाहरण देख लेते हैं:

जैसे की 200 status code बताता है की web browser द्वारा भेजी गई request sucessfull हो चुकी है।

वहीं 404 status code error को दर्शाता है। इस code का साफ मतलब होता है की आपके द्वारा भेजी गई request server पर मोजूद नहीं है।

मुख्य Status codes:

1xx – 2xx3xx – 4xx5xx
100 (Continue)301 (Moved permanently)500 (Internal server error)
101 (Switch protocols)302 (Moved temporary)501 (Not Implemented)
102 (Processing)304 (Loaded Cached Copy)502 (Bad Gateway)
200 (sucess)307 (Internal redirect)503 (Service unavailable)
201 (Fulfield)400 (Bad request)504 (Gateway timeout)
202 (Accepted)401 (Authorization request)505 (HTTP version not supported)
204 (No Content)402 (Payment required)506 (Variant also negotiates)
205 (Reset Content)403 (Forbidden)507 (Insufficient storage)
206 (Partial Content)404 (Not Found)510 (Not extended)
207 (MultiStatus)405 (Method not allowed)
406 (Not acceptable)
407 (Proxy authentication required)
408 (Request to timeout)
409 (Conflict)
410 (Gone)
411 (Length Required)
412 (Precondition failed)
413 (Request entry too large)
414 (Request URL too large)
415 (Unstopped Media Type)
416 (Request range not satisfiable)
417 (Expectation failed)
422 (Unprocessable entity)
423 (Locked)

Features of HTTP in Hindi (HTTP की विशेषताएं)

HTTP एक inner network protocol है, इसके जरिये client को web server से communication के लिए use किया जाता है।

इसकी बहुत सी विशेषताएं हैं, जिनके बारे में हम अब जाननें वाले हैं।

Connectionless Protocol: HTTP connectionless protocol होता है। HTTP client (web browser) request send करता है और server से responce की wait करता है।

जब server request को receive करता है तो client द्वारा भेजी गई request के अनुसार response देता है। जैसे ही responce आता है तो उसके बाद connection disconnect हो जाता है।

Client और server से connection सिर्फ request करते वक्त और उसके responce तक ही रहता है।

Simplicity Protocol (समझनें में आसान): HTTP protocol को आसानी से समझा जा सकता है। साथ ही इसे आसानी से लिखा और implement किया जा सकता है।

Media Independent: HTTP protocol media independent होता है। Data client और server दोनों पर send किया जा सकता है।

इन्हें पता होता है की data को कैसे handel करना है।

Stateless: HTTP protocol एक stateless protocol है। इसका अर्थ यह हुआ की दोनों client और server तभी तक एक दूसरे को जानते हैं जब तक request भेजी गई हो।

Protocol की इस nature की वजह से client और server web pages की information को बनाये नहीं रख पाते हैं।

Advantages of HTTP in Hindi

  • HTTP protocol को use करनें पर CPU कम power और कम memory का इस्तेमाल करता है। ऐसा इसलिए हो पता है क्यूंकि server के साथ connection नहीं करते हैं।
  • यह request और response की HTTP pipelining बनता है।
  • HTTP protocol कम network congestions का use करता है। इसमें कुछ TCP connections होते हैं।
  • शरुआत में connection establishment करनें के लिए handshake किया जाता है। ऐसा करनें से latency कम हो जाती है और बार-बार handshake करनें की आवश्यकता नहीं होती है।
  • HTTP protocol TCP connection बंद किये बिना errors को report करता है।

Disadvantages of HTTP in Hindi

HTTP की disadvantages कुछ इस प्रकार हैं:

  • HTTP protocol mobile के लिए optimize नहीं है।
  • इसके पास push capabilities नहीं हैं।
  • इसका use point to point connection के लिए किया जा सकता है।
  • HTTP reliable exchange की पेशकश नहीं करता है।
  • जब client (browser) को सारा data मिल जाता है तो वह connection को बंद नहीं करता है। हालाँकि इस time period में server available नहीं होता है।

HTTP aur HTTPS me kya antar hai? (कैसे HTTP और HTTPS एक दूसरे से अलग है?)

S.NoHTTPHTTPS
1.HTTP ka full form HyperText Transfer Protocol होती है।वहीं HTTPS ka fullform HyperText Transfer Protocol Secure होती है।
2.HTTP protocol का URL “http//:” से शरू होता है। HTTPS का URL “https//:” से शरू होता है।
3.HTTP protocol communicate करनें के लिए port number 80 का use करता है।HTTPS protocol communicate करनें के लिए port number 443 का use करता है।
4.HTTP को unsecure consider किया जाता है।HTTPS को secure consider किया जाता है।
5.HTTP protocol Application layer में काम करता है।HTTPS protocol Transport layer में काम करता है।
6.इसमें encription मोजूद नहीं होता है।इसमें encription मोजूद होता है।
7.HTTP को किसी भी certificates की आवश्यकता नहीं होती है।HTTPS protocol को SSL certificate की आवश्यकता होती है।
8.HTTP की speed HTTPS से अधिक होती है।HTTPS की speed HTTP से कम होती है।
9.HTTP protocol data को secure करनें के लिए hashtags का इस्तेमाल नहीं करता है।HTTPS protocol data को secure करनें के लिए hashtags का use करता है।
10.इसमें data को plaintext में transfer किया जाता है। HTTPS में data को ciphertext में transfer किया जाता है।
11.HTTP users को हमेशा data के चोरी होनें का खतरा बना रहता है।HTTPS users आपनें data को लेकर निश्चिंत रहते हैं।

FAQ (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

HTTP का पूरा नाम क्या है?

HTTP ka full form HyperText Transfer Protocol होती है।

HTTP क्या होता है 

HTTP एक ऐसा protocol होता है जिसके जरिये web पर data की request या responce प्राप्त होता है।

HTTP का आविष्कार कब हुआ था?

HTTP का आविष्कार 1991 में Tim Berners-Lee द्वारा किया गया था।

HTTP का लेटेस्ट वर्जन क्या है?

HTTP का लेटेस्ट वर्जन HTTP/3 और HTTP/2 है।

निष्कर्ष

इस post में आपने जाना की HTTP kya hai, HTTP in Hindi, HTTP काम कैसे करता है, साथ ही components के बारे में जाना और HTTP aur HTTPS me kya antar hai के बारे में भी जाना है।

अब आपको एचटीटीपी क्या है के बारे में पूरी जानकारी हो चुकी है। आपको यह post कैसे लगी हमें comment करके जरुर बताएं।

इस post को पढने की लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद। आपका समय शुभ रहे। जय हिन्द जय भारत!!

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