Fastag kya hai? Fastag meaning in Hindi| Full जानकारी (2024)

आज हमं बात करने वाले हैं की Fastag kya hai? यह कैसे काम करता है? कैसे आप balance check कर सकते हो? और कैसे आप Fastag का recharge कर सकते हो ?

इन सब चीजों के बारे में हमं जानने वाले हैं। यदि आप भी Fastag के बारे में पूरी जानकारी जानना चाहते हो तो इस article को पूरा पढ़ें।

नमस्कार दोस्तों, Hindi ka Bazaar में आपका स्वागत है। आप सभी लोगों को यह तो पता होगा की अगर आप नेशनल हाईवे पर सफर करते हो तो आप कभी ना कभी तो टोल टैक्स जरुर देते होगें।

लेकिन आपको इसकी वजह से लंबे जाम से गुजरना पड़ता है। जिसकी वजह से आपका बहुत ज्यादा समय खराब होता है।

इसी को ध्यान में रखते हुई भारत सरकार ने 15 फरबरी 2021 को पूरे भारत में fastag को अनिवार्य कर दिया गया।

Fastag की मदद से कुछ ही सेकिंडों में आप सुरक्षित तरीके से टोल टैक्स भर सकते हो।

जिसके फलस्वरूप अब आपको टोल टेक्स देने के लिए गाड़ियों की लम्बी कतार में खड़ा नहीं होना पड़ेगा।

इससे आपके फ्यूल और time दोनों की बचत होगी।

अब हमं विस्तार से जान लेते हैं की Fastag kya hai और Fastag meaning in hindi kya hai?

तो चलिए शरू करते हैं बिना किसी देरी के।

Fastag kya hai? Fastag meaning in hindi

Fastag एक तरह से Radio Frequency Identification (RFID) system हैं। जिसे National Highways Authority Of India (NHAI) द्वारा बनाया गया है।

यह एक electronic टोल कलेक्शन system है। यदि आसान भाषा में कहूँ तो यह एक ऐसा स्टीकर होता है जिसे गाड़ी के सामने वाले windscreen पर चिपकाया जाता है।

यह टैग किसी authorized बैंक द्वारा अधिकृत किया जाता है।

यदि में Fastag का प्रमुख फायदा बताऊ तो आपको टोल प्लाजा पर टोल कटवाने के लिए रुकना नहीं पड़ेगा।

आपकी गाड़ी पर लगा हुआ Fastag को स्कैनर या रीडर्स की मदद से स्कैन किया जाएगा और Fastag के वालेट से online ही पैसे काट लिए जाते हैं।

इसका मतलब यह हुआ की आपको अब टोल प्लाजा की लम्बी कतार में खड़ा नहीं होना पड़ेगा।

आशा करता हूँ की Fastag kya hai समझ में आ गया होगा। यदि आपको हमारा यह post समझ में आ रहा है तो हमें star rating जरुर दें।

Fastag कार्य कैसे करता है?

आपकी जानकारी के लिए बता दूँ की Fastag को आपकी गाड़ी (car) के सामने वाली windscreen पर लगाया जाता है।

साथ ही साथ इसमें Radio Frequency Identification (RFID) system लगा हुआ होता है।

जब आप जैसे ही किसी टोल प्लाजा से गुजरते हो, तो toll plaza पर बहुत से स्कैनर लगे हुए होते हैं।

अब जैसे ही आपकी कार में लगा हुआ Fastag स्कैनर के सम्पर्क में आता है तो उस toll plaza पर लगने वाले शुल्क या टैक्स को automatic काट लेता है।

यह शुल्क सीधे आपके Fastag wallet से काटे जाते हैं। इसका मतलब यह हुआ की गाड़ी को बिना रोके ही toll plaza में टैक्स कट जाएगा।

अब जब आपके Fastag में पैसे खत्म हो जाएगे तो आपको फिर से रिचार्ज करवाना होगा। यह prepaid plans की तरह होता है।

जिसका मतलब यह हुआ की आपको पहले रिचार्ज करवाना पड़ेगा, उसके बाद आप इसकी services का लाभ प्राप्त कर सकते हो।

Fastag की वैधता पांच वर्ष तक की ही होती है। इसके बाद आपको नया Fastag registration करवाना होगा।

अभी तक आपने Fastag kya hai, Fastag कैसे कार्य करता है, जान लिया है। अब जान लेते हैं की fastag को लेने के क्या फायदे है?

fastag lagane ke fayde

Fastag लगाने के बहुत से फायदे हैं जो की कुछ इस प्रकार हैं:

  • गाड़ी में यह लगवाने से आपको टोल प्लाजा पर ज्यादा समय के लिए नहीं रुकना पड़ेगा। जिसके कारण आपके समय की भी बचत होगी।
  • यह पूरी तरह से automated है। इसका मतलब यह हुआ की Fastag system से cashless transition बहुत ज्यादा smooth और तेजी से हो जाती हैं।
  • जब भी आप किसी toll plaza को cross करोगे तो आपको mobile phone पर एक message आ जाएगा। जिसमें लिखा होगा की आपका इतना शुल्क कटा गया है।
  • Fastag के जरिये आप अपनी गाड़ी को track भी कर सकते हैं।
  • जब आपको लम्बी लम्बी लाईनों में नहीं लगाना पड़ेगा तो आपके समय की बचत होगी।
  • इसको लगवा लेने से डीजल और पेट्रोल की भी बचत होगी।
  • Fastag लगवा लेने से आपको cashback की भी सुविधा मिलती है। आज के समय में आपको 2.5% तक का cashback प्राप्त हो सकता है। यह cashback महीने के अंत तक आपके bank account में जमा हो जाता है।
  • यदि हमं बात करें कुछ सालों की तो Fastag आने से cashless transition में बहुत ज्यादा increment हुआ है। जिसकी वजह से digital India को और ज्यादा प्रोत्साहन मिला है।
  • Fastag के आने से पहले बहुत से toll plaza मनमाने ढंग से लोगों से पैसा वसूल करते थे लेकिन अब ऐसा नहीं है।
  • कई toll plaza जब fastag नहीं था तो tax की चोरी किया करते थे। लेकिन अब सारा system online होने की वजह से tax चोरी करना बहुत मुश्किल हो चुका है।
  • 5 साल तक Fastag में पड़ी रकम का use आप कर सकते हो।
  • पहले के समय में जब Fastag नहीं थे तो छुट्टे की समस्या बहुत ज्यादा आती थी। जिसके कारण कई बार तो नोबत हातापाई तक भी आ जाती थी। Fastag के आने से यह समस्या भी दूर हो गई।
  • Fastag के आने से टोल पर जो operators होते हैं उन्हें काम करने में आसानी होगी।

Fastag कहाँ से प्राप्त होगा?

आप Fastag को online और offline दोनों तरीकों से प्राप्त कर सकते हो।

सबसे पहले बात कर लेते है ofline के जरिये आप Fastag कैसे प्राप्त कर सकते हो?

1. इसके लिए आपको Fastag बूथ पर जाना होगा। यह बूथ आपको Fastag provide करवाने का काम करते हैं।

अब आपके मन में सवाल उठ रहा होगा की यह बूथ कहाँ मिलते हैं?

तो आपकी जानकारी के लिए बतादूँ की toll plaza के साथ ही आपको Fastag बूथ आपको दिख जाएगें।

वहाँ से आप Fastag प्राप्त कर सकते हो।

2. आप Fastag को online भी apply कर सकते हो। इस के लिए आपको online websites में जाना होगा।

जैसे की Paytm, PhonePe, Amazon या Flipkart पर जा सकते हो।

3. कई बार Fastag आपको बैंक या पेट्रोल पंप पर भी प्राप्त हो सकता है। आप वहाँ से भी Fastag को खरीद सकते हो।

Fastag का Onilne recharge कैसे करें

  • यदि आप Fastag को रिचार्ज करना चाहते हो तो इसके लिए आप डेबिट card, Credit Card, Net Banking और UPI Payment Apps का भी use कर सकते हो।
  • Fastag पर आप 100 रूपये से लेकर 1 लाख रूपये तक का recharge करवा सकते हो।
  • आप toll plaza या एजेंसी में जाकर भी recharge करवा सकते हो। लेकिन इस बात का ध्यान रखें की toll plaza और एजेंसी point of sale के अंतर्गत आने चाहिए। साथ ही साथ आप इसके अंतर्गत आने वाले toll plaza और एजेंसी में जाकर account भी open करवा सकते हो।
  • यदि आपको पता करना है की आपके आसपास कहाँ पर point of sale की जगह है तो उसके लिए आप National Highway Authority of India की website में जाकर पता कर सकते हो।

यदि आप यहां तक पढ़ रहे हो तो इसका मतलब आपको article Fastag kya hota hai, Fastag meaning in Hindi जरुर पसंद आ रहा होगा। आप हमने rating के जरिये अपना feedback दे सकते हो। ताकि हमं अपने content को और ज्यादा सुधार सकें।

Fastag को लगाने के लिए क्या आवश्यक दस्तावेज़ होना जरूरी है?

यदि आप Fastag अपनी गाड़ी में install करवाना चाहते हो तो नीचे दिए गये दस्ताबेज होना जरूरी है।

  • सबसे पहले तो आपके पास vehicle registration certificate होना चाहिये। जिसे आसान भाषा में गाड़ी की RC भी कहा जाता है।
  • यदि आप गाड़ी के मालिक हो तो आपका एक passport size photo की भी जरूरत होगी।
  • साथ ही साथ गाड़ी के मालिक का KYC documents की भी जरूरत होती है। KYC documents जैसे की aadhar card, Pan card, Voter Id आदि।

तो यदि आपके पास यह सब दस्तावेज हैं तो Fastag आराम से खरीद सकते हो।

Fastag को किस तरह से लगाया जाता है?

  • आपकी जानकारी के लिए बतादू की Fastag को अलग-अलग रंग में दिया जाता है। आपको कौन से रंग का Fastag देना है, यह सब कुछ कुछ depend करता है की आप कौन सा vehicle use कर रहे हो।
  • Fastag को हमेशा आगे गाड़ी के windscreen पर लगाया जाता है। ऐसा इस लिए ताकि Fastag direct टोल प्लाजा पर लगे स्कैनर से connect हो सके।
  • यह एक तरह का स्टिकर होता है। जिसमें RFID लगा हुआ होता है। इस स्टिकर को windscreen के अंदर से लगाया जाता है। यदि आपको भी Fastag लगाना है तो इसे हमेशा windscreen के अंदर से install करें।

कुछ ध्यान देने योग्य बातें

  • जब भी आप Fastag को अपनी गाड़ी में install कर रहे हों तो सावधानी से install करें। कहीं ऐसा ना हो की आप का Fastag install करते-करते ही खराब हो जाए।
  • बहुत से लोग ऐसा सोचते हैं की एक ही Fastag का use अलग-अलग गाड़ियों में किया जा सकता है। लेकिन ऐसा बिलकुल नहीं है। आप एक Fastag का use एक ही गाड़ी के लिए ही कर सकते हो।
  • जब भी आप Fastag को install करें तो उससे पहले windscreen को साफ कर लें।
  • अब पूरे भारत में toll plaza पर Fastag को mandatory यानिकी अनिवार्य कर दिया गया है। यदि आप की गाड़ी में Fastag नहीं लगा हुआ है तो आपसे दुगना शुल्क लिया जाएगा। यानिकी जहाँ पर आपके 60 रूपये लगने थे वहाँ अब 120 रूपये लगेगा।
  • Fastag को हमेशा co-driver वाली side पर ली लगाएं।
  • अगर आप Fastag खरीदना चाहते हो तो Toll Plaza से ना लें क्यूंकि आपके घुसते ही आपसे दो गुना charge ले लिया जाएगा। आप हमेंशा Fastag बूथ से ही लेना है।

Fastag की शरुआत के दिन

  • Fastag की शरुआत साल 2014 में हुई थी। यानिकी 2014 में इसे भारत में लागू किया गया था।
  • इसे सबसे पहले मुंबई से अहमदाबाद को जोड़ने वाला हाईवे पर पड़ने वाले toll plaza पर लागु किया गया था।
  • इसके पहले successful trial के बाद भारत सरकार ने देश में बने बाकि नेशनल हाईवे पर implemant करना शरू कर दिया।
  • जैसे की साल 2015 में Fastag system को चेन्नई से बेंगलुरु को जोड़ने वाला हाईवे पर पड़ने वाले toll plaza पर भी लागु किया गया।
  • दिसम्बर 2019 के बाद बिकने वाली सभी चार पहिया गाड़ियों पर Fastag लगाना जरूरी कर दिया है।
  • अभी के समय में लगभग हर हाईवे टोल प्लाजा पर Fastag की सुविधा मिल जाती है। यानिकी Fastag के जरिये ही इन टोल प्लाजा पर टोल collect किया जाता है।

तो कुछ इस तरह से Fastag की शरुआत हुई थी। आपको क्या लगता है, की भारत में Fastag का use करना सही है या नहीं। आप हमें comment करके जरुर बताएं।

Zero Balance का Fastag kya hota hai?

आज कल हाईवे पर जगह जगह पर टोल प्लाजा लगे हुए है। जहाँ पर आपको tax देना ही पड़ता है।

लेकिन कुछ VIP लोगों के लिए highway के टोल प्लाजा पर टैक्स नहीं देना पड़ता है।

ऐसे स्थिति में Zero Balence का Fastag काम आता है। इस तरह से Fastag को रिचार्ज करने की आवश्कता नहीं होती है।

Zero Balence Fastag को exempted Fastag भी कहा जाता है। अब हमं बात कर लेते हैं की इस तरह के Fastag किस-किस को प्राप्त होते हैं।

Exempted Fastag को प्राप्त करने वाले VIP लोग ही होते हैं। आम नागरिकों के लिए यह सुविधा नहीं दी जाती है।

इसको प्राप्त करने वाले VIP लोग जैसे की यदि कोइ किसी क्षेत्र का विधायक हो या सांसद हो, उन्हें ही Zero Balence Fastag प्राप्त होता है।

यह उनकी गाड़ियों में लगाया जाता है। अब बात कर लेते हैं की यह और किन-किन VVIP लोगों को मिलता है।

  • सबसे पहले तो देश के राष्ट्रपति की गाड़ी में लगा होता है।
  • यह Fastag देश के प्रधानमंत्री की गाड़ी में भी लगा होता है।
  • उपराष्ट्रपति को भी Zero Balance का Fastag प्राप्त होता है।
  • Zero balence का Fastag मुख्य न्यायाधीश को भी प्राप्त होता है।
  • साथ ही साथ सभी राज्यों के मुख्यमंत्री को भी प्राप्त होता है।
  • राज्यों के राज्यपाल को भी Zero balence का Fastag प्राप्त होता है।
  • केबिनेट मंत्रियों
  • तीनों सेनाओं के प्रमुख को भी यह card प्रप्त होता है।
  • और भी बहुत से VIP लोगों को इसकी सुविधा दी जाती है।

उम्मीद करता हूँ की आपको Zero Balance का Fastag kya hota hai समझ में आ गया होगा।

Fastag से सम्बंधित FAQs

आसान भाषा में Fastag kya hai? और Fastag meaning in hindi में क्या होता है?

Fastag एक तरह से Radio Frequency Identification (RFID) system हैं। जिसे National Highways Authority Of India (NHAI) द्वारा बनाया गया है। यह एक electronic टोल कलेक्शन system है।

यदि बात करें की Fastag meaning in Hindi तो अगर आप Google पर search करोगे तो Fastag को hindi में भी फास्टैग ही कहा जाता है।

Fastag रिचार्ज कैसे करें?

यदि Fastag का recharge करना चाहते हो तो आप Google Pay या Phonepe और Paytm का use कर सकते हो।

Fastag का उपयोग कैसे करें?

Fastag को हमेशा आगे गाड़ी के windscreen पर लगाया जाता है। ऐसा इस लिए ताकि Fastag direct टोल प्लाजा पर लगे स्कैनर से connect हो सके।

यह एक तरह का स्टिकर होता है। जिसमें RFID लगा हुआ होता है। इस स्टिकर को windscreen के अंदर से लगाया जाता है। यदि आपको भी Fastag लगाना है तो इसे हमेशा windscreen के अंदर से install करें।

क्या मैं बिना फास्टैग के यात्रा कर सकता हूं?

हाँ, आप बिना Fastag के चार पहिया बाहन पर यात्रा कर सकते हो। लेकिन 16 फरबरी 2021 से भारत सरकार ने चार पहिया बाहनों पर Fastag लगाना अनिवार्य कर दिया है।

यदि Fastag नहीं होगा तो आपको टोल पर लगने वाली राशी का दो गुना देना होगा।

तुरंत फास्टैग कैसे खरीदें?

यदि आपको तुरंत फास्टैग खरीदना है तो टोल प्लाजा के नजदीक ही आपको Fastag बूथ दिख जाएँगे। वहाँ से आप तुरंत fastag खरीद सकते हो। आप चाहो तो इसे online भी खरीद सकते हो। या फिर आप किसी बैंक से जैसे की HDFC बैंक या SBI बैंक से भी खरीद सकते हो।

फास्टैग एक्टिवेट होने में कितना समय लगता है?

Fastag को खरीदने के बाद इसे एक्टिव होने में 24 से 48 घंटों का समय लग सकता है।

फास्टैग में पैसा न हो तो क्या होगा?

यदि आपके Fastag में पैसा नहीं होगा तो जब भी आप टोल प्लाजा से निकलोगे तो आपको टोल पर लगने वाली राशी का दो गुना देना होगा। बेहतर यही रहेगा की आप टोल प्लाजा तक पहुचें से पहले ही Fastag को रिचार्ज करलें। जब आप अपने Fastag को रिचार्ज कर लेते हो तो रिचार्ज होने में 10 मिनट का समय लग सकता है।

Fastag काम कैसे करता है?

आपकी जानकारी के लिए बता दूँ की Fastag को आपकी गाड़ी (car) के सामने वाली windscreen पर लगाया जाता है।

साथ ही साथ इसमें Radio Frequency Identification (RFID) system लगा हुआ होता है।

जब आप जैसे ही किसी टोल प्लाजा से गुजरते हो, तो toll plaza पर बहुत से स्कैनर लगे हुए होते हैं। जिसके जरिये Fastag को स्कैन किया जाता है।

फास्टैग कब तक वैध है?

Fastag पांच सालों तक वैध रहता है।

बिना फास्टैग के टोल कितना लगता है?

आप की जानकारी के लिए बता दूँ की 15 फरबरी 2021 से Fastag को सभी गाड़ियों के लिए mandatory यानिकी अनिवार्य कर दिया गया है। यदि आप बिना Fastag के अपनी गाड़ी को लेकर जाते हो तो आपको टोल पर लगने वाली राशी का दो गुना देना होगा।

Conclusion of Fastag kya hota hai

Fastag का use करके नेशनल हाईवे पर बहुत ज्यादा समय बचता है। क्यूंकि हमें टोल प्लाजा पर रुना नहीं पड़ता है।

आने वाले समय में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने देश भर में मोजूद सभी टोल प्लाजा को 100% cashless toll बनाने का लक्ष्य रखा हुआ है।

जो की भारत सरकार का एक सराहनीय कदम हैं।

आज हमने Fastag kya hai, Fastag meaning in Hindi और Fastag lagane ke fayde और Fastag kya hota hai के बारे में अच्छे से जान लिए हैं।

आपको यह post कैसी लगी comment करके जरुर बताएं। यदि आपका Fastag से सम्बंधित कोई सवाल है तो हमें जरुर बताएं और comment करके जरुर पूछें। जय हिन्द जय भारत!!

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